नया हमला हुआ हैं मेरे देश पे, 'फैलिन' नाम के तूफान का,
नया हमला हुआ हैं मेरे देश पे,
'फैलिन' नाम के तूफान का,
दिल असंकाओ से भरा हुआ है,
की क्या होगा वाहा पे इंसान का,
हलकान हो रहा है दिल मगर
कुछ नहीं होगा, खुद से ये कहता हूँ,
क्यूंकी,
हमारी सेना के जवान फिर,
दो दो हाथ करने को है तैयार,
इस नये मेहमान से,
करेंगे हिन्दुस्तान की रक्षा अब तूफान से|
यही आस तो निश्चिन्त रखे है देश को वरना नेताओं ने कबका डुबो दिया होता।
ReplyDeleteधन्यवाद...
ReplyDeleteअनूठी रचना, मंगलकानाएं !!
ReplyDeleteधन्यवाद...
Deleteधन्यवाद...
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